अब 'ग्लास डिस्क' पर अरबों साल तक स्टोर रहेंगे डेटा
मल्टीमीडिया डेस्क। स्टोरेज डिवाइसेज के क्षेत्र में अब एक ऐसी तकनीक आ गई है, जिससे अरबों साल तक आपके डेटा स्टोर रहेंगे। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ हैम्पटन के शोधकर्ताओं ने साधारण ग्लास जैसे दिखने वाले "इंटरनल स्टोरेज सिस्टम" का निर्माण किया है। इस पर लेजर तकनीक के जरिए 360 टीबी (टेराबाइट्स) तक का डेटा रिकॉर्ड किया जा सकता है।
ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं ने इस "सुपरमैन ग्लास क्रिस्टल" का निर्माण किया है। फिलहाल शोधकर्ता ऐसी कंपनियों की तलाश में हैं जो इसे मार्केट में उपलब्ध करवा सके। ऐसे स्टोर होगा डेटाग्लास डिस्क में तीन लेयर्स हैं जिनमें पांच माइक्रोमीटर्स की दूरी है।
शोधकर्ताओं ने फेम्टोसेकंड लेजर राइटिंग तकनीक अपनाई, जिसके जरिए उन्होंने ग्लास पर लिखा। इसमें कुछ क्रिस्टल्स होंगे जो लेजर तकनीक से आई लाइट को शब्दों में डिकोड कर लेंगे। बाद में इसे ऑप्टिकल माइक्रोस्कोप और पोलराइजर के जरिए पढ़ा जा सकेगा।
ग्लास डिस्क के फीचर्स
360 टीबी स्टोरेज क्षमता।
190 डिग्री पर 13.8 अरब वर्ष तक डेटा रहेगा स्टोर।
सामान्य तापमान पर लाइफटाइम स्टोरेज।
फायदे
लाइब्रेरी, म्यूजियम, कानून, नेशनल आर्काइव जैसे विभागों में डेटा स्टोरेज में आसानी।
कई वर्षों तक डाटा एक जैसे ही फॉर्म में रहेगा।
डिजिटल रिकॉर्ड से किताबें आदि खराब होने से भी नुकसान नहीं।
डिजिटल रूप में मौजूद डेटा का आसान एक्सेस।
Comments
Post a Comment